मंकीपॉक्स से कुल संक्रमितों की तादाद हुई आठ
नई दिल्ली : दिल्ली में मंकीपॉक्स (Monkypox) से संक्रमित तीसरा मरीज पाया गया है। मंगलवार को यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में दी। इधर मंकीपॉक्स का तीसरा मामला सामने आते ही दिल्ली सरकार ने गंभीरता बरतते हुए छह अस्पतालों में 70 आइसोलेशन रूम स्थापित कर दिए हैं। अबतक देशभर में मंकीपॉक्स संक्रमितों की कुल तादाद 8 हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में मंकीपॉक्स के अबतक आठ मामलों के सामने आने की पुष्टि की है। इनमें से पांच मरीज विदेश यात्रा करके लौटे हैं। जबकि, तीन मरीज दूसरों से संक्रमित हुए हैं। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सवालों जवाब देते हुए उन्होंने बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने, परीक्षण किट और वैक्सीन विकसित करने को लेकर उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी साझा की।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली में 35 वर्ष का एक विदेशी शख्स मंकीपॉक्स से पीडित पाया गया है। अफ्रीकी मूल का नागरिक हाल ही में विदेश यात्रा से लौटा था। लक्षण पाए जाने के बाद उसकी जांच की गई और संक्रमण की पुष्टि हो गई। संक्रमित मरीज को दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मरीज का उपचार सघन निगरानी में किया जा रहा है। यहां बता दें कि देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को केरल से समाने आया था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 1 मई 2022 को ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए मंकीपॉक्स से संबंधित दिशानिर्देश जारी कर दिया था।
छह अस्पतालों में 70 आइसोलेशन रूम का निर्माण किया गया :
राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स से निपटने के लिए छह अस्पतालों में 70 आइसोलेशन रूम का निर्माण किया गया है। मंकीपॉक्स का तीसरा मामला सामने आने के कुछ घंटों बाद ही यह व्यवस्था की गई है। अधिकारियों के मुताबिक एलएनजेपी अस्पताल में 20 कक्ष मंकीपॉक्स और उसके संदिग्ध रोगियों के उपचार के लिए तैयार किया गया है। एलएनजेपी को नोडल केंद्र के तौर पर स्थापित किया गया है। जबकि अन्य पांच अस्पतालों में 10-10 कक्ष स्थापित किए गए हैं। इन पांच अस्पतालों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित जीटीबी अस्पताल तथा डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल और तीन निजी अस्पताल- कैलाश दीपक अस्पताल, एमडी सिटी अस्पताल और बत्रा अस्पताल, तुगलकाबाद शामिल हैं।
इधर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कार्यालय ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि दिल्ली वासियों का स्वास्थ्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। बयान में कहा गया है कि दिल्ली सरकार मंकीपॉक्स संक्रमण से संबंधित पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। इसके अलावा इससे निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को भी पूरा किया गया है। मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए तीन सरकारी और तीन निजी अस्पतालों में आइसोलेशन रूम भी तैयार किए गए हैं। कहा गया है कि मंकीपॉक्स संक्रमण की संभावित जोखिम को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने पूरी तैयारी की हुई है। जरूरत पड़ने पर और आइसोलेशन रूम स्थापित किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मरीजों को भी एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं पश्चिमी दिल्ली के एक व्यक्ति को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। बताया गया है कि दिल्ली में इस वायरल जूनोटिक बीमारी का पहला केस सामने आया था।
मंकीपॉक्स से निपटने के लिए कार्यबल गठित :
मंकीपॉक्स के मामलों को लेकर सरकार पूरी सजग नजर आ रही है। देश में मंकीपॉक्स के मामलों पर नजर रखने और संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों के संबंध में निर्णय लेने के लिए कार्यबल गठित किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह कार्यबल देश में संक्रमण का पता लगाने के लिए जांच केंद्रों के विस्तार के संबंध में सरकार का मार्गदर्शन करेगा और बीमारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण संबंधी पहलुओं पर भी नजर रखेगा।
महाराष्ट्र के 15 संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव :
महाराष्ट्र में रिपोर्ट किए गए 15 संदिग्ध मंकीपॉक्स मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामने आई है। सभी मरीजों के नमूने एनआईवी पुणे जांच के लिए भेजे गए थे। यहां बता दें कि महाराष्ट्र में इस समय मंकीपॉक्स का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
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