Organ Donation in India : प्रति 10 मिनट प्रतीक्षा सूची में जुडता है एक नया नाम
नई दिल्ली। टीम डिजिटल : Organ Donation : अंगदान के इंतजार में प्रतिदिन होती है 15 मरीजों की मौत- देश में कुछ वर्षों के दौरान ऑर्गन फेलियर की घटनाओं में तेजी आई है। भारत में अंगदान की दर (organ donation rate in india) प्रति 10 लाख लोगों पर 0.86 है। इनमें से सभी अंगदानों में से 95 प्रतिशत लाइव लिंक्ड होते हैं। जबकि, मृत अंगदान का दर महज 5 प्रतिशत ही है।
समय पर ऑर्गेन डोनर (organ donor) नहीं मिलने के कारण प्रतिवर्ष 5 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। इस हिसाब से देखा जाए तो प्रतिदिन डोनर के अभाव में करीब 15 मरीजों की मौत हो रही है और अंगदान से संबंधित प्रतीक्षा सूची (organ donation waiting list) में हर 10 मिनट में एक नया नाम जुड रहा है।
हर साल दो लाख लोगों को होती है किडनी की जरूरत
देश में हर साल दो लाख लोगों को किडनी प्रत्यारोपण (kidney transplant) की जरूरत होती है लेकिन 10 में से केवल एक ऐसा सौभाग्यशाली व्यक्ति होता है, जिसे समय पर किडनी प्राप्त हो जाती है। प्रतिवर्ष करीब इतनी ही संख्या में लिवर प्रत्यारोपण (liver transplant) करने की जरूरत होती है। जबकि, 50 हजार मरीजों की मौत हृदय और फेफडों की बीमारियों से हो जाता है।
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Today IMA organized a Walkathon from Maulana Azad Medical College to IMA HQs to promote the noble cause of "Organ Donation." Led by National President, Dr. Sharad Kumar Agarwal, pic.twitter.com/APXEShHi43
— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) August 6, 2023
सबसे अधिक नेत्रहीन भारत में हैं
इनमें से लगभग दस लाख लोगों में कॉर्निया प्रत्यारोपण (cornea transplant) की आवश्कता होती है। हालांकि, लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक (organ donation awareness) और प्रेरित करने के लिए विभिन्न स्तरों पर अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन अंगदान के दर में मामूली बढोत्तरी ही देखने को मिल रही है। तमाम कवायदों के बाद अगंदान का दर 0.05 से बढकर 0.8 हो गया है। यह बढोत्तरी उत्साहित तो करता है लेकिन अंग के लिए प्रतीक्षा सूची को देखकर कहीं न कहीं निराश भी करता है।
कुलमिलाकर देखा जाए तो मांग और अंगदान की दर के बीच एक बडी खाई अभी तक बरकरार है। जिसे पाटने के लिए लगातार जागरूकता अभियान का सहारा भी लिया जा रहा है। जानकारों का मानना है कि अंगदान की राह में सबसे अधिक रूकावट धार्मिक मिथक बन रहा है।
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अंगदान के लिए आईएमए चलाएगा बडा अभियान
देश में अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इंडियन मेंडिकल एसोसिएशन (IMA) ने व्यापक अभियान शुरू करने का फैसला किया है। 6 अगस्त रविवार को आईएमए मुख्यालय में राष्ट्रीय अंगदान कॉन्क्लेव आयोजित किया गया। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम में संस्था की 1760 स्थानीय शाखाओं के 5 लाख सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। वहीं इस कार्यक्रम को NOTTO और उदय इंडिया का भी सहयोग प्राप्त है। इस दौरान कई विशेषज्ञों ने अंगदान से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपने अनुभवों को साझा किया।
वॉकथॉन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास
Indian medical assosiation (IMA) ने रविवार को अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने और शपथ दिलाने के लिए दिल्ली में वॉकथॅान आयोजित किया। वॉकथॉन का नेतृत्व आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद कुमार अग्रवाल कर रहे थे। वॉकथॉन की शुरूआत सुबह 6 बजे मौलाना आज़ाद मेवडकल कॉलेज से हुई और आईएमए मुख्यालय पहुंचकर समाप्त हो गई।
बताया गया है कि इसमें लगभग 500 स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर, एनजीओ, सोसाइटी के सदस्य, सीआईएसएफ के जवानों ने हिस्सा लिया। डॉ. अग्रवाल के मुताबिक आईएमए ने अपने सभी शाखाओं की मदद से आईएमए डोनर कार्ड, प्रतिज्ञा फॉर्म और पोस्टर जारी कर रहा है। वहीं आईएमए ने अपनी सभी शाखाओं को देश के हर क्षेत्र में अंगदान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए हैं।
Organ Donation : अंगदान के इंतजार में प्रतिदिन होती है 15 मरीजों की मौत
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