Patinet Safety कॉफ्रेंस में 500 हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स हुए एक मंच पर हुए एकत्र
नई दिल्ली। Patinet Safety के उद्देश्य से नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हैल्थ केयर प्रोवाइडर्स (NABH) ने World Patient Safety Day के मौके पर एक कॉन्फ्रेंस आयोजित किया। इस कॉन्फ्रेंस में मरीजों की सुरक्षा के मुद्दे पर एक मंच पर 500 हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञ एकत्र हुए। इनमें नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए), आयुष मंत्रालय, सामाजिक न्याय मंत्रालय, और क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया, सरकारी एवं निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल थे।
Digital Healthcare से संबंधित प्रमुख घोषणाएं
कॉन्फ्रेंस में NABH ने मरीजों की सुरक्षा और डिजिटल हेल्थकेयर के बारे में कई प्रमुख घोषणाएं कीं। इस अवसर पर, NABH ने नए मानक जारी किए। इनमें अस्पतालों के लिए डिजिटल हेल्थ एक्रिडिटेशन मानक, डेंटल क्लीनिक्स के लिए एंट्री लेवल सर्टिफिकेशन मानक, स्ट्रोक केयर सेंटर्स के लिए सर्टिफिकेशन मानक, केयर होम एक्रिडिटेशन मानक का पहला संस्करण शामिल रहा।
इसके अलावा डायलिसिस, डर्मेटोलॉजी और डे-केयर सहित एलोपैथिक क्लीनिक्स एक्रिडिटेशन मानक का दूसरा और डेंटल सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए एक्रिडिटेशन मानकों का तीसरा संस्करण शामिल रहा। इन नए मानकों का उद्देश्य जमीनी स्तर पर मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और हेल्थकेयर की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
Digital Health की गुणवत्ता पर विशेष जोर
कॉन्फ्रेंस में मरीजों की सुरक्षा और डिजिटल हेल्थ में गुणवत्ता पर बेहद जोर दिया गया। साथ ही, हेल्थकेयर की गुणवत्ता, इसकी पहुंच और किफायती दामों में इनकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया। इस दौरान, कई महत्वपूर्ण समझौता-पत्रों (MOUs) पर हस्ताक्षर भी किए गए। इन समझौतों में यूनिवर्सिटी में चेयर ऑफ क्वॉलिटी की स्थापना के लिए NABH और गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के बीच समझौता, डिजिटल हेल्थ के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए NABH और कोयटा फाउंडेशन के बीच एमओयू, और हेल्थकेयर क्वॉलिटी प्रमोशनल इनिशिएटिव्स के लिए NABH और NATHEALTH के बीच समझौता हुआ।
इसके अलावा, कॉन्फ्रेंस में भागीदारों और अतिथियों के सामने QCI के चेयरपर्सन जक्षय शाह ने NABH-NATHEALTH पेशेंट सेफ्टी माइक्रोसाइट ‘चूज सेफर हेल्थकेयर’ का विमोचन भी किया। जक्षय शाह ने मरीजों की सुरक्षा मजबूत करने और जमीनी स्तर पर हेल्थकेयर की गुणवत्ता में सुधार के प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि “हमारा विश्वास है कि गुणवत्ता में परिवर्तन हमारी हेल्थकेयर प्रणाली की जड़ से शुरू होती है।
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यह केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत के ग्रामीण और टिअर-2 व टिअर-3 शहरों तक भी फैली हुई है। क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया का कांस्टिट्यूएंट बोर्ड, NABH इस दृष्टिकोण का पूरी तरह पालन करता है। डेंटल क्लीनिक्स के लिए एंट्री लेवल सर्टिफिकेशन मानक और एंट्री लेवल अस्पतालों के लिए मौजूदा सर्टिफिकेशन कार्यक्रमों के लिए नए NABH मानक जारी किया जाना उन तक गुणवत्तापूर्ण देखभाल पहुंचाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
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