रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के परिणाम और प्रभाव पर की चर्चा
Robotic Surgery and innovation in India : गुजरात (Gujrat) के वापी में रोबोटिक इनोवेशन समिट (RIS) आयोजित किया गया। इस दौरान सर्जिकल रोबोटिक्स की संभावनाओं (The possibilities of surgical robotics) और भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में रोबोटिक तकनीक (Robotic technology in the health sector) की वजह से आए परिवर्तन और प्रभावों पर चर्चा की गई।
इस समिट में दुनिया के कई नामचीन सर्जन ने शिरकत की। इस एक दिन के आयोजन में ग्राउंडब्रेकिंग एआई-पावर्ड जॉइंट रिप्लेसमेंट रोबोटिक सिस्टम (Groundbreaking AI-powered joint replacement robotic system) मिसो पर प्रकाश डाला गया और पूरे भारत में सर्जिकल परिशुद्धता (Surgical Precision) और रोगी परिणाम (Patient Outcomes) पर इसके बढ़ते प्रभाव को प्रदर्शित किया गया।
जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में के क्षेत्र में उन्नति
इस समिट में मिसो की उन्नत एआई-आधारित क्षमताएं (Advanced AI-based capabilities), जिसमें रियल-टाइम एनालिटिक्स (Real-time Analytics) और सटीक संरेखण (Precise Alignment) को प्रदर्शित किया गया। वहीं, इस तकनीक से जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी (Joint Replacement Surgery) में किस तरह के आधुनिक परिवर्तन (Modern Changes) हुए, उसके बारे में भी बताया गया।
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मिसो के अलावा, इस समिट में मेरिल की मजबूत आरएंडडी परियोजनाओं (R&D Projects) पर भी प्रकाश डाला गया। जिसमें यूनी-नी रिप्लेसमेंट (Uni-Knee Replacement), टोटल हिप रिप्लेसमेंट (Total Hip Replacement), ट्रॉमा और रीढ़ की सर्जरी के क्षेत्र की प्रगतियां (Advances in spine surgery) शामिल थी।
Robotic Surgery के विशेषज्ञों ने की चर्चा
शिखर सम्मेलन (Summit) में रोबोटिक सर्जरी के विशेषज्ञों (robotic surgery specialists) ने अपने अनुभव और दृष्टिकोण साझा किए।
संत परमानंद अस्पताल (Saint Parmanand Hospital) के विभागाध्यक्ष और वरिष्ट परामर्शदाता डॉ. शेखर श्रीवास्तव (Dr. Shekhar Shrivastava) ने कहा कि “मैंने हाल ही में 58 वर्षीय एक मरीज की टोटल नी- रिप्लेसमेंट सर्जरी (Total Knee Replacement Surgery) की है और इस दौरान मैंने मिस्सो का प्रयोग किया। इसकी मदद से की गई सर्जरी में उत्तक से संबंधित क्षति (tissue damage) बेहद कम हुई, जिससे मरीज को की रिकवरी तेजी से हुई।
भारत में स्वास्थ्य सेवा की जरूरतों को पूरा करना लक्ष्य
मेरिल कार्डियोवैस्कुलर (Cardiovascular), ऑर्थोपेडिक्स (Orthopedics), रोबोटिक्स (Robotics), डायग्नोस्टिक (Diagnostic,), कार्डियक सर्जरी (cardiac surgery), एंडोसर्जरी (Endosurgery), पेरिफेरल इंटरवेंशन (Peripheral Intervention), ईएनटी (ENT), अनुसंधान एवं विकास और प्रशिक्षण (R&D and Training) के लिए विनिर्माण (Manufacturing) करता है।
यह बुनियादी ढांचा प्रौद्योगिकी और शिक्षा के माध्यम से रोगी देखभाल (Patient Care) में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने के साथ मेड-टेक नवाचार (Med-tech innovations) को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। मिसो जैसी उन्नत सर्जिकल तकनीकें (Advanced surgical techniques) महानगरों तक ही सीमित न रहें, बल्कि देश भर के रोगियों तक पहुंचें। इसके लिए कंपनी लगतार कोशिश में जुटी हुई है।
कंपनी ने अस्पतालों के साथ साझेदारी, सर्जन प्रशिक्षण कार्यक्रम (Surgeon Training Program) और रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) को और अधिक सुलभ बनाने के उद्देश्य से पहल कर रही है।
मेरिल के मुख्य विपणन अधिकारी मनीष देशमुख ने कहा, “मेरिल ने हमेशा स्वास्थ्य सेवा नवाचार (Healthcare innovation) में सबसे आगे रहने का प्रयास किया है। मिसो न केवल एक तकनीकी सफलता का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि भारत में सर्जिकल देखभाल (Surgical Care) को बदलने की हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतिनिधित्व करता है। रोबोटिक इनोवेशन समिट (Robotic Innovation Summit) एक सहयोगी, भविष्य के लिए तैयार पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) बनाने के हमारे दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है जो सर्जन और रोगियों दोनों को लाभान्वित करता है।”