टीबी के खिलाफ निर्णायक वार की तैयारी
TB Free Campaign : देश को टीबी मुक्त (TB Free India) बनाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसमें करीब दो वर्ष समय शेष रह गया है। इस बीच टीबी पर निर्णायक वार की तैयारी राजधानी दिल्ली में होने की तैयारी चल रही है।
जिसके तहत अब वयस्कों को भी टीबी से बचाव के लिए बीसीजी का टीका (bcg vaccine) दिया जाएगा। दिल्ली सरकार का परिवार कल्याण निदेशालय इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी शिद्दत से तैयारियों में जुट गया है।
घर-घर पहुंचाया जाएगा BCG vaccine
टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) के तहत कर्मचारी घर-घर विजिट करेंगे और लोगों का टीकाकरण करेंगे। यह प्रयोग ट्रायल के तौर पर किया जा रहा है। इस माह के अंत तक या एक फरवरी से इस अभियान के शुरू होने की संभावना है।
अभी तक टीबी की रोकथाम (TB Free Campaign) के लिए पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों को ही बीसीजी का टीका (bcg vaccine) लगाया जा रहा था। वहीं टीबी के मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोगों को भी तीन से छह माह के लिए दवा दी जाती थी लेकिन इस उपाए से वयस्कों या बडे उम्र वाले लोगों को टीबी से बचाना संभव नहीं हो पा रहा था।
पहले से चल रही तमाम कवायदों के बाद भी वयस्क या बडे उम्र के लोग टीबी की चपेट में आ जा रहे थे। इस तथ्य पर विचार करते हुए सरकार ने परीक्षण के तौर पर वयस्कों को भी बीसीजी का टीका देने का निर्णय लिया है।
हर आयु वर्ग हो रहा है टीबी से प्रभावित
तमाम उपायों के बाद भी यह देखा जा रहा था कि टीबी से हर आयुवर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। यहां बता दें कि बुजुर्ग और धुम्रपान के आदि लोग टीबी से अधिक प्रभावित होते हैं। दिल्ली में टीबी नियंत्रण अभियान (TB control campaign) से जुडे एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 16 देशों में एक अध्ययन कराया गया था। जिसमें यह पाया गया है कि बीसीजी का टीका जिन वयस्कों को लगाया गया, तो टीबी के मामले चार से पांच गुणा तेजी से कम हो सकते हैं।
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आईसीएमआर और केंद्रीय टीबी डिविजन चलाएगा TB Free Campaign
इस अभियान को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और केंद्रीय टीबी डिविजन (Central TB Division) मिलकर चलाएंगे। इस परीक्षण के तौर पर चलाए जाने वाले अभियान में यह पता लगाया जाएगा कि टीका का प्रभाव वयस्कों पर कैसा पडता है।
इसके अलावा टीबी की रोकथाम में व्यस्क टीकाकरण अभियान (adult vaccination campaign) कितना प्रभावी हो सकता है, इस परीक्षण के जरिए इसका भी पता लगाए जाने की योजना है। इस अभियान (TB Free Campaign) के तहत 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 18 से अधिक आयु के छह वर्गों के लोगों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जाएगी। दिल्ली में पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर पूर्व और नई दिल्ली जिले में स्वास्थ्य कर्मी लोगों के घर जाकर चिन्हित वर्ग के व्यस्कों को टीबी से बचाव के लिए बीसीजी का टीका लगाएंगे।
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जिन लोगों को टीका लगाया जाएगा उनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के बजुर्गों, 18 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग जिन्हें पांच वर्ष पहले टीबी की बीमारी हो चुकी हो, टीबी के मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोग, शुगर के मरीजों और धुम्रपान करने वाले लोग शामिल होंगे। टीका लेने से पहले लोगों को बाकायदा इसकी सहमति भी देनी होगी। जबकि, टीबी के सक्रिय मरीजों को यह टीका नहीं दिया जाएगा।
तीन वर्ष तक निगरानी करेंगे विशेषज्ञ
जिन व्यस्कों को यह टीका लगाया जाएगा, विशेषज्ञ उनकी तीन वर्षों तक निगरानी करेंगे। नियमित अंतराल पर लोगों की जांच की जाएगी। साथ ही यह आकलन भी किया जाएगा कि बीसीजी के टीके के इस्तेमाल के बाद टीबी की रोकथाम हो रही है या नहीं। अधिकारियों के मुताबिक अगर परिणाम उम्मीद के मुताबिक प्राप्त हुआ तो बाद में सभी व्यस्कों को बीसीजी का टीका लगाना सुनिश्चित किया जाएगा।
आंकडों में देश में टीबी का हाल
- वर्ष 2023 टीबी से पीडित कुल पंजीकृत मरीज – 25,41,403
- सरकारी अस्पतालों में टीबी के पंजीकृत मरीज – 17,01,276
- निजी अस्पतालों में टीबी के पंजीकृत मरीज – 8,40,127
आंकडों में दिल्ली में टीबी का हाल
- दिल्ली में वर्ष 2023 में टीबी के पंजीकृत मरीज – 99,975
- सरकारी अस्पतालों में टीबी के पंजीकृत मरीज – 74,323
- निजी अस्पतालों में टीबी के पंजीकृत मरीज – 25,652