इस फल के जूस में है एंटीइन्फ्लेमेट्री प्रोपर्टीज
नई दिल्ली। अविनाश झा :
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (autoimmune disorder) से पीडित मरीजों के सामने खुद बीमारी के प्रभाव को कम करना ही उपयोगी विकल्प होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनका अभी तक कोई प्रभावी उपचार ढूंढा नहीं जा सका है। दवाओं से इसे प्रबंधित तो किया जा सकता है लेकिन इनका दुष्प्रभाव भी कई समस्याएं पैदा कर सकती है। यहां एक ऐसे फल के बारे में आपसे जानकारी साझा करने जा रहे हैं, जिसका जूस किसी भी ऑटोइम्यून पीडित मरीज के लिए वरदान की तरह माना जाता है।

खट्टे और मीठे अनानास (pineapple health benifits) हर किसी को पसंद होता है। रस से भरा ये फल खाने में खूब मजेदार होता है साथ ही काफी फायदेमंद भी होता है। इसका जूस ज्यादातर लोगों को लोगों को बहुत ही भाता है। ये भारत के अलावा इंडोनेशिया,चीन और फिलीपींस में पाया जाता है। कई बीमारियों के उपचार के लिए इसके रस का विशेष प्रयोग किया जाता है।
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अनानास के रस से कई तरह की बीमारियों का इलाज संभव है इससे पाचन तंत्र ठीक रखने में काफी सहायता मिलती है। इसके जूस का नियमित रूप से सेवन करने से हृदय संबंधी रोगों में भी राहत मिलती है। सबसे खास बात की यह कैंसर पैदा करने वाले तत्वों को नियंत्रित करने और कैंसर से मुकाबला करने में विशेष लाभ पहुंचाता है।
इसलिए गुणों से भरपूर है अनानास :
अनानास का रस (pineapple juice benefits in hindi) में विटामिन सी और बी 6 मात्रा पाई जाती है। ये घाव भरने और हड्डियों को स्वस्थ रखने में विशेष भूमिका निभाता है। इसमें फास्फोरस, जिंक आयरन, कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है। वहीं, अनानास अपने एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज के लिए भी जाना जाता है। इसमें एंजाइम की मौजूदगी होती है, जो शरीर के पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करती है। अनानास के जूस में ब्रोमेलैन और एंज़ाइम्स भरपूर मात्रा में होता है। यह जो चोट, सर्जरी, ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
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इन रोगों में लाभ पहुंचाता है अनानास :
विशेषज्ञों के मुताबिक अनानास इम्यून बूस्टर है। इसका जूस आतों के सूजन को कम करता है। दस्त पैदा करने वाले बैक्टीरिया से भी बचाता है। अनानास का रस अस्थमा को कम करने में भी कारगर है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन-सी सर्दी-ज़ुकाम से भी बचाव करता है। ये एक एंटी इंफ्लेमेट्री फ्रूट है जो ऑटो इम्यून डिसऑर्डर के पीड़ित मरीजों के लिए वरदान की तरह है। इसके रस का सेवन करने से सूजन कम होती है और सूजन कम होने से दर्द से भी राहत मिलती है। इसमें क्लोरीन की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही पित्त विकारों में विशेष रूप से और पीलिया यानि पांडु रोगों में लाभकारी है।
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