Endoscopic spine surgery के बाद अब वह अपने पैरों पर चलने में सक्षम हो पाया
नई दिल्ली। टीम डिजिटल : Endoscopic spine surgery : मरीज तीन साल बाद अपने पैरों पर खडा हो गया- तमिलनाडु का एक युवा मरीज तीन साल बाद अपने पैरों पर खडा हो गया ( patient got back on his feet after three years)। ऐसा सर्जरी के बाद संभव हो पाया है। मरीज स्पाइन की समस्या (spine problem) से पीडित था और इस वजह से चलने में असमर्थ हो गया था। डॉक्टर ने एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी (endoscopic spine surgery) की जिसके बाद अब वह अपने पैरों पर चलने में सक्षम हो पाया है।
4 लेवल स्लिप डिस्क की समस्या से पीडित था मरीज
डॉक्टर के मुताबिक मरीज 4 लेवल (एल2 से एस1) स्लिप डिस्क की समस्या से पीड़ित था। 28 वर्षीय मरीज को ओपन स्पाईन सर्जरी (spine surgery) का परामर्श दिया गया था, जिसमें उसके शरीर पर बड़े घाव लगने के साथ ब्लड लॉस भी होता। इसके अलावा सर्जरी के बाद लंबे समय तक उसे देखभाल की भी जरूरत पडती।
ऐसे होती है एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी
सीके बिरला हॉस्पिटल (CK Birla Hospital) के ऑथोपीडिक्स विभाग के डॉ. अश्वनी मैचंद के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने मरीज की जांच करने के बाद उसे एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी (ईएसएस) कराने का परामर्श दिया। ईएसएस एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें बहुत छोटा चीरा (1 ईंच से कम) लगाया जाता है और एंडोस्कोप के साथ एक छोटे ट्यूबुलर सिस्टम द्वारा सर्जरी करने वाले हिस्से को देखा जाता है।
हालांकि, एंडोस्कोपिक सर्जिकल प्रक्रियाओं का इस्तेमाल आम तौर से शरीर के अन्य हिस्सों (जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाईनल) के इलाज के लिए किया जाता है, पर ऑप्टिक्स, टिश्यू को देखने, और स्पाईनल इमेजिंग में हुई प्रगति के कारण ईएसएस कई मरीजों के लिए इलाज का प्राथमिक विकल्प बन गई है।
जटिल सर्जरी थी
डॉ. अश्वनी मैचंद के मुताबिक यह एक जटिल सर्जरी थी क्योंकि स्लिप डिस्क 4 लेवल तक पहुंच चुकी थी। यह एक दुर्लभ कंडिशन है। उन्होंने एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी का परामर्श दिया क्योंकि यह मिनिमली इन्वेज़िव स्पाईन सर्जरी की सबसे उन्नत और आधुनिक विधि है, जो मरीज को पारंपरिक स्पाईन सर्जरी के मुकाबले कम दर्द में तेजी से स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है।
ईएसएस द्वारा ऑपरेशन के बाद स्पाईन की सामान्य गतिशीलता की सीमा को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। सर्जरी के बाद 6 घंटे में ही मरीज चलने-फिरने लगा, और ऑपरेशन के बाद उसकी उचित देखभाल करते हुए उसे सर्जरी के 48 घंटे बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
सर्जरी के बाद मरीज को मिला आत्मविश्वास
मरीज के मुताबिक वह बहुत डरा हुआ था क्योंकि वह 10-20 कदम भी नहीं चल पाता था। तमिलनाडु और दिल्ली के भी सबसे अच्छे अस्पताल ओपन स्पाईन सर्जरी का परामर्श दे रहे थे, जिससे शरीर पर बड़े निशान बनते लेकिन सीके बिरला हॉस्पिटल में डॉ. अश्वनी मैचंद से मिलने के बाद उसे एंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी कराने का आत्मविश्वास मिला। सर्जरी के 4 दिन बाद ही मैं तमिलनाडु में अपने घर वापस आ गया और अब मैं बिना दर्द के एक स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।
Endoscopic spine surgery : मरीज तीन साल बाद अपने पैरों पर खडा हो गया
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