Treanding News Delhi : 15-35 वर्ष के युवा हो रहे हैं विकलांगता का शिकार
नई दिल्ली। टीम डिजिटल : Treanding News Delhi : दिव्यांगजन आयुक्त भी चाहते हैं एआईआरडी (AIRD मरीजों को मिले स्वास्थ्य बीमा- ऑटोइम्यून रूमेटिक बीमारियों (autoimmune diseases) से पीडित मरीजों को इन बीमारियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य बीमा (health insurance) की सुविधा नहीं मिलती। इन बीमारियों का अबतक कोई प्रभावी उपचार नहीं है और इलाज बेहद महंगी है।
ऐसे में ज्यादातर मरीज आर्थिक मजबूरी के कारण अपना उपचार बीच में ही छोडने को मजबूर हो जाते है। जिसके कारण महज 15-35 वर्ष की आयु में ही मरीज विकलांगता (Disability) की चपेट में आ जाता है। यह एक ऐसी विकलांगता होती है, जो किसी व्यक्ति में जन्मजात नहीं हुई बल्कि रोग के कारण पैदा हुई विकलांगता है। इस तरह की स्थिति किसी भी देश और उनके राज्यों की अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ बढाता है।
जानकारों का मानना है कि देश में जन्मजात विकलांगता की दर से कहीं ज्यादा ऐसी विकलांगता की दर है, जो किसी बीमारी या दुर्घटना की वजह से हो रही है। अगर हम इन्हें नियंत्रित कर लें तो यह हर तरह से उपयोगी साबित हो सकता है। इस मुद्दे पर caasindia.in संवाददाता ने दिल्ली के दिव्यांगजन आयुक्त (Delhi Commissioner for Persons with Disabilities) रंजन मुखर्जी (Ranjan Mukharjee) से इन मुद्दों पर बातचीत की है। आइए, जानते हैं, उन्होंने इन विषयों पर क्या प्रतिक्रियाएं दी है।
एआईआरडी मरीजों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलनी चाहिए
दिल्ली दिव्यांगजन आयुक्त रंजन मुखर्जी ने कहा कि एआईआरडी मरीजों (AIRD Patients) को इस बीमारी के उपचार के लिए स्वास्थ्य बीमा मिले, यह विषय सीधे तौर से राज्य दिव्यांगजन आयोग (State Disabled People’s Commission) से संबंधित नहीं है। यह मामला स्वास्थ्य मंत्रालय से संबंधित है लेकिन मैं यह कहना जरूर चाहूंगा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ऐसे मामलों पर संज्ञान लेना जरूरी है। हेल्थ एक ऐसा मसला है जो राज्य और केंद्र दोनों का विषय है।
Also Read : Free Treatment in Private Hospitals : दिल्ली के इन प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगा मुफ्त उपचार
आप जिस ऑटोइम्यून बीमारियों (Autoimmune Disease) की बात कर रहे हैं, मैं कई ऐसे बच्चे और बच्चियों को जानता हूं, जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इन बीमारियों का अगर समुचित उपचार न हो तो यह मरीज के लिए भयावह स्थिति पैदा कर देता है। इसलिए मैं राज्य स्वास्थ्य विभाग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से यह गुजारिश करूंगा कि इस मामले पर विचार करते हुए उचित कदम उठाए जाएं।
जहां तक ऐसे मरीजों के उपचार के लिए स्वास्थ्य बीमा कवर (health insurance cover) की बात है, तो इन्हें स्वास्थ्य बीमा की सुविधा जरूर दी जानी चाहिए। नियमित और जरूरी उपचार के जरिए इन बीमारियों को प्रबंधित और नियंत्रित दोनों ही किया जा सकता है। ऐसा करने से ऐसे मरीजों की जिंदगी बेहद आसान हो सकती है।
Also Read : Robotic Surgery : गॉलब्लैडर की जटिल सर्जरी कर बचाई मरीज की जान
विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किए जा चुके हैं रंजन मुखर्जी
दिल्ली के वर्तमान दिव्यांगजन आयुक्त (Commissioner for Persons with Disabilities) रंजन मुखर्जी डिफेंस पृष्टभूमि से हैं। वह बतौर एयर कमोडोर भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। वहीं रक्षा प्रशासन और प्रबंधन दोनों में 35 वर्षों के बहुमुखी अनुभव के साथ भारतीय वायु सेना के एक कमीशन अधिकारी रहे हैं। वायु सेना के अलावा, इन्होंने वर्ष 2014 से 2017 तक प्रसार भारती के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में सेवाएं दी है।
वहीं, वर्ष 2007 से 2013 तक दिल्ली के उपराज्यपाल के विशेष कर्तव्य अधिकारी और राज्य मंत्री के सलाहकार सह सचिव के रूप में भी जिम्मेदारियां निभाई है। रंजन मुखर्जी को प्रशानिक अमले में एक कार्यकुशल और बेबाक अधिकारी के रूप में जाना जाता है। कृषि मंत्रालय में वर्ष 2018 से 2019 की महज एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान ही रंजन मुखर्जी ने कई ऐसे कार्य किए हैं, जो किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुए हैं। डीडी किसान चैनल की लॉन्चिंग में रंजन मुखर्जी की प्रमुख और अहम भूमिका रही है।
Treanding News Delhi : दिव्यांगजन आयुक्त भी चाहते हैं एआईआरडी (AIRD) मरीजों को मिले स्वास्थ्य बीमा
[table “9” not found /][table “5” not found /]