वेब कहानियां

वायरल मैसेज का सच: क्या सचमुच एक्सबीबी वैरियंट है खतरनाक 

 एक्सबीबी वैरियंट को लेकर क्या कहते हैं विशेषज्ञ 

नई दिल्ली। टीम डिजिटल :
कोरोना की एक्सबीबी वैरियंट (Corona XBB Variant) को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया (Social Media) पर प्रसारित संदेशों में कोरोना के इस वैरियंट को डेल्टा से भी पांच गुना अधिक मारक और खतरनाक बताया जा रहा है। अब सवाल उठता है कि क्या कोरोना का एक्सबीबी वैरियंट क्या सचमुच बेहद खतरनाक है (Is the XBB variant of Corona really dangerous?) और यह तबाही मचा सकता है। हमने सोशल मी​डिया पर वायरल होने वाली इस जानकारी की पडताल की है। आईए बताते हैं आखिर सच्चाई क्या है। 

सोशल मीडिया पर दावा :

कोविड ओमिक्रॉन एक्सबीबी वैरिएंट |Covid Omicron XBB Variant : चीन में कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर लगातार बढ़ती चिंताओं के बीच, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कोविड ओमिक्रॉन एक्सबीबी वैरिएंट दुनिया भर में कहर बरपाने वाले डेल्टा वैरिएंट से पांच गुना अधिक खतरनाक है और इसकी मृत्यु दर भी अधिक है। भारत में यह वैरियंट चीन की तरह की तबाही मचा सकता है। वायरल मैसेज में यह भी दावा किया जा रहा है कि Omicron XBB वैरिएंट इस कदर ख़तरनाक है कि RT-PCR टेस्ट के ज़रिए इसका पता लगाना संभव नहीं है और इसके कोई खास लक्षण भी नहीं उभरते। 

तथ्यों की जांच :

विशेषज्ञों के मुताबिक यह दावे निराधार हैं क्योंकि विशेषज्ञों ने XBB के बारे में जानकारी पहले ही साझा की हुई है। एक्सबीबी खुद ही एक उप-वैरिएंट है, जो डेल्टा की तुलना में कम घातक है। XBB BA.2.10.1 और BA.2.27 उप-वंशों का पुनः संयोजक है। XBB वैरिएंट नया नहीं है। पहली बार इसे इसी साल  13 अगस्त को रिपोर्ट किया गया था।

पीआईबी ने बताया भ्रामक संदेश 

Truth of viral message: Is XBB variant really dangerous
Truth of viral message: Is XBB variant really dangerous
पीआईबी फैक्ट चेक हैंडल के एक ट्वीट में कहा गया है, “#COVID19 के एक्सबीबी वेरिएंट से जुड़े कई भ्रामक दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।” 

वायरल मैसेज पर भरोसा करने से पहले करें पडताल 

सोशल मीडिया पर एक्सबीबी वैरियंट से जुडी जानकारियां वायरल होने के बाद कोरोना के इस सब वैरियंट को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई। लोग आने वाले खतरे से भयभीत भी होने लगे हैं। जानकारों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को लेकर अब पहले से कहीं अधिक अनुभव और चिकित्सकीय उपाए हैं। इसके साथ ही लोगों में कोरोना के प्रति प्रतिरोधी क्षमता भी विकसित हुई है। जबतक कोई एकदम नया वेरियंट नहीं आता, तबतक भयभीत होने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि नया वैरियंट आने के बाद वह आक्रमक और मारक ही हो यह जरूरी नहीं है। ऐसे में लोग भयभीत होने की जगह सावधानी बरतें। 
Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://caasindia.in | caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).  

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *