नई दिल्ली : योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के मैसूरू प्लेग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया। आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उन्होंने दुनिया के सभी नागरिकों के प्रति आभार जताया । साथ ही यूनाइटेड नेशन्स को योग का संदेश पूरी दुनिया में पहुंचाने को लेकर विशेषतौर पर धन्यवाद दिया। उन्होंने उन देशों के प्रति आभार जताया जिन्होंने योग के संदेश को पूरी मानवता तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी, आध्यात्म और योग की धरती मैसूरू भारत के आध्यात्मिक केन्द्रों ने जिस योग-ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वो योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को नई दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन गया है। योग मानव मात्र को निरोग जीवन के प्रति भरोसा दे रहा है।
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मोदी ने कहा कि हम आज सुबह से देख रहे हैं कि योग की जो तस्वीरें कुछ वर्ष पहले केवल घरों में, आध्यात्मिक केन्द्रों तक ही सीमित थी, वह आज विश्वव्यापी बनकर उभर रही है। ये तस्वीरें आत्मिक बोध के विस्तार की तस्वीरें हैं। ये तस्वीरें एक सहज, स्वाभाविक और सांझी मानवीय चेतना की तस्वीरें हैं। खास तौर पर जब दुनिया दो वर्षों से सदी की बडी महामारी का सामना कर रही है, इन परिस्थितियों में देश, द्वीप, महाद्वीप की सीमाओं से ऊपर, योग दिवस का ये उत्साह, ये हमारी जीवटता का भी प्रमाण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए उपयोगी है। इसीलिए, इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम -Yoga for humanity! निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों, हमारे महर्षियों ने, हमारे आचार्यों ने कहा है- “शांतिम् योगेन विंदति”।
देश इस बार योग दिवस ऐसे समय पर मना रहे हैं, जब हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व भी मना रहे है। देश में अमृत महोत्सव आयोजित किए जा रहे है। योग दिवस की ये व्यापकता, ये स्वीकार्यता भारत की उस अमृत भावना की स्वीकार्यता है, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को ऊर्जा दी थी।
उन्होंने कहा कि इसी भावना को अभिव्यक्त करने के लिए आज देश के 75 अलग-अलग शहरों के 75 ऐतिहासिक स्थलों के साथ ही, अन्य नगरों के लोग भी ऐतिहासिक स्थानों पर योग कर रहे हैं। जो ऐतिहासिक स्थान देश के ऐतिहासिक साक्षी रहे, जो स्थान सांस्कृतिक ऊर्जा के केंद्र हैं, वो आज योग दिवस के जरिए एक साथ जुड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया के लोगों के लिए योग अब way of life बन गया है। हमारा दिन योग के साथ शुरू हो, इससे बेहतर शुरुआत और क्या हो सकती है? लेकिन, हमें योग को किसी एक खास समय और स्थान तक ही सीमित नहीं रखना है। हमें इसका विस्तार करना है।
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