यूरिन इकट्ठा करने की पंरपरा और Virgin Boy Eggs में हैरान करने वाला संबंध
Virgin Boy Eggs, Tradition of collecting urine in China, China news in hindi : चीन (China) में एक ऐसी परंपरा (Tradition) है, जिसे जो भी सुनता है हैरान जरूर होता है। चीन में कुंवारे लडकों की यूरिन (urine of virgin boys) इकट्ठी की जाती है। सबसे हैरानी की बात यह है कि इससे एक डिश (dish) तैयार की जाती है। इस डिश को स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद भी माना जाता है।
क्या है वर्जिन बॉय एग्स ? – What are Virgin Boy Eggs?
चीन अपने खान-पान के तरीकों (Eating habits in China) को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है। यहां एक डिश ऐसा है, जिसके बारे में सुनकर लोगों को हैरानी हो रही है। इस डिश (dish) का नाम है वर्जिन बॉय एग्स (Virgin Boy Eggs) , जिसे 10 वर्ष से कम उम्र के लडकों के मूत्र में उबालकर तैयार किया जाता है।
इस परंपरा का पालन चीन के डोंगयांग शहर (dongyang city of china) में सदियों से लोग करते आ रहे हैं। इस डिश को स्वादिष्ट बताने के साथ यहां के लोग इसके फायदे भी गिनवाते हैं।
कैसी है चीन में पेशाब इकट्ठा करने की परंपरा? – What is the tradition of collecting urine in China?
![Virgin Boy Eggs : कुंवारे लड़कों की यूरिन से डिश बनाता है चीन 1 Virgin Boy Eggs : कुंवाडे लड़कों की यूरिन से डिश बनाता है चीन](https://www.caasindia.in/wp-content/uploads/2025/02/Virgin-Boy-Eggs-caas-india-1-1280x853.jpg)
दरअलस, चीन में वर्जिन बॉय एग्स (Virgin Boy Eggs in China) को तैयार करने के लिए बसंत ऋतु (Spring) में प्राथमिक विद्यालयों में बाल्टियां रख दी जाती है। जिसमें 10 वर्ष से कम उम्र के लडकों की यूरिन (urine of boys below 10 years of age) इकट्ठी की जाती है।
यहां के लोग मानते हैं कि इस मूत्र में विशेष औषधीय गुण होते हैं। यह शरीर को रोग मुक्त रखने में मदद करते हैं। इस डिश को लोग सुबह के नाश्ते में खाते हैं।
इस तरह तैयार की जाती है ‘वर्जिन बॉय एग्स’? – How are ‘Virgin Boy Eggs’ prepared?
वर्जिन बॉय एग्स को तैयार करने में काफी समय लगता है। सबसे पहले अंडों को कुंवारे बच्चो के इकट्ठा किए गए मूत्र में डुबोया जाता है। इसके बाद इसे धीरे-धीरे गर्म किया जाता है। अंडे उबल जाने के बाद इसके छिलके उतार दिए जाते हैं।
जिसके बाद दोबारा इन्हें मूत्र में पकाया जाता है। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराई जाती है। इस प्रक्रिया के तहत पुराने मूत्र को ताजे मूत्र में बदला जाता है। इन तमाम प्रक्रिया को पूरा करने में पूरे एक दिन का वक्त लगता है। जब अंडे पूरी तरह पककर तैयार हो जाते हैं, तब उसका सफेद भाग हल्का सुनहरा और और पीला भाग हरे रंग का हो जाता है।
पारंपरिक मान्यताओं के साथ जुड़ा है स्वास्थ्य लाभ का दावा
चीन में इस परंपरा का पालन कई वर्षों से किया जा रहा है। लोग इसका संबंध पारंपरिक मान्यताओं (Traditional beliefs) से जोडते हैं। चीन के लोगों का मानना है कि छोटे लडकों का मूत्र शुद्ध होता है और इसमें कई तरह की रहस्यमयी शक्तियां होती है और यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
इन फायदों के लिए वर्जिन बॉय डिश का इस्तेमाल
चीन में मान्यता (Recognition in China) है कि इस डिश (dish) को खाने से मर्दाना ताकत (Masculine strength) बढती है और शरीर का इम्यून सिस्टम (Immune System) मजबूत होता है।
चीन के लोगों को यह विश्वास है कि छोटे लडकों के मूत्र में शुद्ध यांग ऊर्जा (Pure Yang Energy) होती है, जो जीवन शक्ति के साथ मर्दाना ताकत को भी बढाता है। इस तरह की मान्यता है कि इस डिश को खाने से बुरी आत्माएं दूर भागती है और सौभाग्य बढता है।
कब से लोग कर रहे हैं इस पंरपरा का पालन ?
चीन में यह परंपरा का पालन मिंग राजवंश (1368-1644) के समय से ही किया जा रहा है। उस वक्त के सम्राट जियाजिंग (Emperor Jiajing) ने अमरता पाने के लिए इसे औषधियों के तौर पर इस्तेमाल किया था।
तभी से चीन में यह परंपरा शुरू हुई और आजतक स्वास्थ्य और सौभाग्य पाने के लिए इसका पालन किया जा रहा है। यह डिश आज भी डोंगयांग शहर में लोकप्रिय है और लोग इसे बडे रूचि से खाते हैं।
विवादित डिशों में से एक है वर्जिन बॉय एग्स
चीन में यह डिश (Virgin Boy Eggs) स्वाद और परंपरा का हिस्सा भले ही माना जाता हो लेकिन दुनियाभर में इस पर काफी विवाद भी होता रहा है। कई लोग इसे घृणित कहते हैं और कई इसे स्वास्थ्य के लिए खराब भी कहते हैं।
बावजूद इसके चीन के डोंगयांग शहर में प्रत्येक वर्ष वसंत ऋतु में इस डिश को तैयार किया जाता है और इसे खरीदने के लिए लोगों की भीड लगती है। दुनियाभर से इस डिश को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दी जाती है।
चीन में जहां इस डिश को लोकर स्वाद लेकर खाते हैं, वहीं दुनियाभर में लोगों की राय इस डिश को लेकर अलग-अलग तरह की है। चीन में लोग इसे जहां लोग मान्यताओं के से साथ जोडते हैं, वहीं कई लोग इसे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह भी बताते हैं।