आपके भोजन में अगर यह सब है शामिल तो कैल्शियम कभी नहीं होगा कम
कैल्शियम के बारे में जब भी चर्चा होती है तो ज्यादातर लोग इसका संबंध हड्डियों की मजबूती या कमजोरी से जोडकर देखते हैं। बहुत कम लोगों को यह पता है कि कैल्शियम हार्ट, मसल्स और दांतों के लिए भी बेहद जरूरी होता है। अगर जरूरत के मुताबिक कैल्शियम आहार में शामिल नहीं है तो इसका असर हड्डियों के साथ हार्ट, मसल्स और दांतों की सेहत पर भी पडता है।
आज हम आपको ऐसे कुछ आहार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल अगर आप अपने दैनिक आहार में करें तो शरीर में कैल्शियम की कमी कभी होगी ही नहीं। आगे बढने से पहले यह भी जान लिजिए कि शरीर कैल्शियम को विटामिन डी की मदद से अवशोषित करता है। इसलिए विटामिन डी की मात्रा अगर शरीर में संतुलित है, तो भोजन से प्राप्त कैल्शियम को शरीर आसानी से अवशोषित कर लेगा। अगर विटामिन डी की कमी है, तो कैल्शियम के साथ विटामिन डी की भी कमी को पूरा करने के बारे में सोचना होगा।
रागी :रागी एक ऐसा अनाज है, जिसमें कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है। आहार विशेषज्ञों के मुताबिक रागी में दूध से भी अधिक कैल्शियम पाई जाती है। अगर 100 ग्राम रागी है, तो उसमें 344 से 364 एमजी तक कैल्शियम की मात्रा मौजूद होती है।
दूधअगर शरीर को फैट से समस्या न हो तो रोजाना एक ग्लास दूध पीना भी कैल्शियम के लिहाज से बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। दूध अगर गाय का पीना ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। गाय के दूध में फैट की मात्रा संतुलित होती है। 100 ग्राम दूध में 50 से 55 एमजी तक कैल्शियम की मात्रा होती है। इसके अलावा दही भी कैल्शियम की पूर्ति के लिए बेहतर माध्यम है।
हरी सब्जियां :शरीर में कैल्शियम की मात्रा बनाए रखने के लिए हरी सब्जियां भी एक बेहतरीन विकल्प है। हरी सब्जियों के जरिए अगर कैल्शियम की पूर्ति करनी है तो यह ध्यान रखना जरूरी है कि आप उन्हीं हरी सब्जियों को इस्तेमाल करें जिसमें ओक्सेलेट्स की मात्रा कम होती है। ओक्सेलेेट्स की अत्यधिक मात्रा वाली सब्जियों से कैल्शियम अवशोषित करना जरा मुश्किल होता है। कैल्शियम के लिए आप ग्रीन्स, केल, कोलाई, पालक, सहजन आदि का उपयोग नियमित भोजन में कर सकते हैं।
बादाम :बादाम का उपयोग लोग आमतौर पर प्रोटीन के लिए करते हैं लेकिन यह कैल्शियम का भी स्रोत है। डाईफ्रूट्स में सबसे ज्यादा कैल्शियम बादाम में ही पाई जाती है। बादाम को अगरभिंगोकर खाया जाए तो यह ज्यादा बेहतर परिणाम देता है और अगर बादाम को दूध में मिलाकर पिया जाए तो इसका फायदा दोगुना हो सकता है।