जिन लोगों के शरीर में शुगर का स्तर नियंत्रित नहीं होता, उनमें कोलेजन के रूप में परिवर्तन हो सकता है। इसकी वजह से कंधे में दर्द महसूस करते हैं। कुछ ऐसी आदते हैं जिसे अपनाकर आप कंधे दर्द से राहत पा सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए जोडों या कंधों में दर्द की वजह विटामिन्स की कमी भी बन सकती है। इसलिए कुछ अंतराल के बाद जरूरी विटामिन्स के स्तर की जांच करवाते रहना चाहिए। यह देखा गया है कि डायबिटीज के मरीजों मेें अक्सर विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी होती है। इसके कारण हाथ-पैर, मसल्स या कंधे के हिस्से में दर्द बना रहता है। ये विटामिन्स हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ और पोषित रखने के लिए जरूरी है। विटामिन्स के स्तर को बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट लेना जरूरी है। जो लोग हेल्दी डाइट नहीं लेते, उन्हें डॉक्टर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं।
डायबिटीज में कंधे का दर्द होने के पीछे आपके गलत डाइट की भी भूमिका हो सकती है। हेल्दी डाइट के अभाव में शुगर का स्तर भी बढ सकता है। शुगर लेवल बढने से मसल्स में दर्द शुरू हो सकता है। इससे बचने के लिए अपनी डाइट में नियमित रूप से होल ग्रेन्स को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा ताजी सब्जियों और फल को भी आहार में शामिल करें। डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा डेयरी उत्पाद लेने से बचना चाहिए।
ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने का यह सबसे आसान तरीका माना जाता है। ज्यादातर लोग कसरत नहीं करते हैं। इस आदत की वजह से डायबिटीज से संबंधित समस्याएं भी बढ जाती है। कंधे और मसल्स में दर्द से राहत के लिए डायबिटीज मरीजों को नियमित रूप से कसरत करना चाहिए। इससे शरीर में लचीलापन बना रहता है। वहीं दर्द और सूजन को भी कम करने में मदद मिलती है।
कंधे, मसल्स और जोडों में समस्या न हो इसके लिए डायबिटीज मरीजों को सतर्कता के तौर तय अंतराल पर शुगल लेवल की जांच करवानी चाहिए। इसे आप होम किट की मदद से भी कर सकते हैं। इनकी मदद से शुगर लेवल चेक करें और उसके आंकडें नोट कर उसे कंपेयर कर सकते हैं। अगर महीने में आधे या आधे से ज्यादा दिन शुगर लेवल बढ़ा हुआ पाते हैं, तो आपको संभलने की जरूरत है।
इस मामले में डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत होगी और उनके द्वारा बताए गए तरीकों से शुगर लेवल को नियंत्रित करने के तरीकों को बारीकी से अपनाना होगा। मीठी चीजों के सेवन से परहेज करें क्योंकि शुगर लेवल बढने से कंधे में होने वाली तकलीफ भी ज्यादा बढ जाएगी।
डायबिटीज के मरीजों में नींद कमी की वजह से भी मसल्स और कंधों के दर्द का सामना करना पड सकता है। नींद की कमी से शरीर में सूजन बढ़ जाती है।
सूजन बढ़ने की वजह से मसल्स पेन हो सकता है। डायबिटीज से पीडित मरीजों को प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
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