Saturday, May 11, 2024
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घी के उपयोग को लेकर कहीं आप भी तो नहीं मिथक के शिकार

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  •  मिलावटी घी से होता है नुकसान

नई दिल्ली। टीम डिजिटल : भारत में दूध, घी, (Ghee) मक्कखन और लस्सी जैसे पदार्थों का उपयोग लोग बडे चाव से करते हैं लेकिन समय के साथ विशेषतौर से घी के उपयोग (uses of ghee)  को लेकर लोग मिथक के शिकार हो गए। अब इस मिथक को फैलाने वाले कौन से तत्व हैं? यह एक अलग ही विषय है। सवाल यह उठता है कि क्या वाकई घी का सेवन करना हानिकारक है, जो हमें अक्सर बताया जाता है। घी के उपयोग को खासतौर से कैलेस्ट्रॉल से जोडकर देखा जाता है।

क्या वाकई घी खाना हृदयरोगियों के लिए खतरनाक है? क्या समचमुच घी के उपयोग से कैलेस्ट्राल बढता है और जिनको लिवर की समस्या है, क्या वे घी से दूर रहें। दूसरा पहलु यह भी है कि अति हर चीज की बुरी होती है, चाहे वो कोई फायदेमंद चीज ही क्यों न हो। तो आइए यहां बताते हैं कि घी खाना फायदेमंद है या हानिकारक।

घी के उपयोग को लेकर कहीं आप भी तो नहीं मिथक के शिकार
घी के उपयोग को लेकर कहीं आप भी तो नहीं मिथक के शिकार

देसी घी के फायदे (Health Benefits of Ghee in Hindi)

  • देशी घी में एंटीऑक्सीडेंट होता है। 
  • इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। 
  • दस दाना काली गोल मिर्च, एक इंच अदरक, दस दाने मिश्री को दो चम्मच देशी घी में पका कर खाली पेट सेवन करने से गले की खराश और खांसी से राहत मिलती है। 
  • ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) से पीडित मरीज को मक्खन और मिश्री में देसी घी मिलाकर देने से लक्षणों में राहत मिलती है। 
  •  बवासीर (पाइल्स ) रोगी को एक कप दूध में एक चम्मच देशी घी मिलाकर रोज़ रात को देने से पाइल्स के लक्षणों से राहत मिलती है।
  • खूनी पाइल्स की बिमारी में एक चम्मच काले तिल का पाउडर और एक चम्मच मिश्री को देशी घी में मिलाकर प्रतिदिन तीन बार लेने से खून आना बंद हो जाता है। 
  • प्रतिदिन देसी घी में मिश्री मिलाकर सेवन करने से आंखों की रोशनी तेज होती है। 
  • देशी घी को ज्यादा गर्म किए बिना लेने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
  • प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक चम्मच देशी घी खाने से शरीर ऊर्जा से युक्त और निरोग रहता है।
  • अगर किसी को फूड पोइसनिंग हो तो 12 ग्राम देसी घी चार भागों में बांटकर दिन में चार बार पीने से राहत मिलती है।
  • अगर किसी ने जहर खा लिया हो, तो भी 12 ग्राम देसी घी को चार भागों में बांटकर पिलाने से मरीज की हालत गंभीर होने से बचाया जा सकता है। ध्यान रहे, देसी घी पिलाने के साथ ही उसे आगे के उपचार के लिए अस्पताल जरूर लेकर जाएं।
  • प्लेग की बीमारी वाले मरीजों को 15 ग्राम देशी घी को चार भागों में बांट कर दिन में चार बार एक कप दूध के साथ पिलाने से प्लेग रोग में राहत मिलती है। 
  • दो चम्मच गुनगुने देशी घी में दो चम्मच चीनी मिलाकर पीने से नशीले पदार्थ का नशा उतर जाता है। 

देसी घी में क्या होता है फायदेमंद : 

  • देशी घी में लिनोलिक एसिड (linoleic acid) पाया जाता है। यह वजन को बढ़ने से रोकता है। 
  • देशी घी में विटामिन K की मात्रा पाई जाती है, जो ह्रदय को स्वस्थ रखने में लाभदायक है।
  • देशी घी के सेवन से बैड कोलेस्ट्राल कम होता है।
  • प्रतिदिन देशी घी के सेवन से शरीर रोगों के संक्रमण से मुक्त रहता है

घी में कौन सा विटामिन पाया जाता है 

देसी घी इम्यूनिटी बढ़ाने में फायदेंमंद होता है। इसमें में विटामिन-ए, सी और ब्यूटीरिक एसिड की मात्रा होती है। यह मौसमी संक्रमण से भी बचाव करता है। 

 गाय के घी से फायदे  (Health Benefits of Cow Ghee in Hindi)

  • सिरदर्द और माइग्रेन में फायदेमंद
  • कमजोरी दूर करने में सहायक
  • जोड़ों की समस्या से राहत
  • कफ की समस्या से राहत
  • इम्यूनिटी बढाता है
  • शरीर में ऊर्जा का संचार करता है
  • कैंसर रोधी तत्व होते हैं
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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