गूगल (Google) ने एआई और मशीन लर्निंग मॉडल की घोषणा की
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : दवा के पर्चे पर कौन सी दवा लिखी है? यह अब गूगल (Google) समझाएगा। यह पढना सबके बस की बात नहीं है। इसे या तो वही पढ सकता है, जिसने लिखा है या फिर केमिस्ट ही डॉक्टर की भाषा समझ सकता है। अब दवा के पर्चे पर लिखी डॉक्टर की भाषा गूगल समझाएगा। गूगल ने इस आशय में एक घोषणा की है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से तैयार होगा सिस्टम
दरअसल गूगल (Google) ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (ML) मॉडल की घोषणा की है, जो डॉक्टर के पर्चे पर लिखी दवा की पहचान करने के साथ उसे हाईलाइट करने में मदद करेगा। गूगल लेंस में एआई टूल विकसित किया जाएगा। जो आडे-तिरछे लिखे मेडिकल नोट्स को डिकोड कर सकेगा।
गूगल ने दिल्ली में अपने ‘एआई फॉर इंडिया’ कार्यक्रम के दौरान इस फीचर को प्रदर्शित भी किया। साथ ही यह भी कहा कि इस सिस्टम को इस्तेमाल करने योग्य बनाने के लिए इसमें अब भी बहुत काम करने की जरूरत है।
स्मार्ट है गूगल लेंस
गूगल लेंस का इस्तेमाल वस्तुओं, जैसे ‘पौधे और जानवर’ का पता लगाने के साथ भाषाओं के अनुवाद के लिए भी किया जा सकता है। कंपनी ने रिमोट सेंसिंग तकनीक के साथ ही एडवांस एआई और एमएल क्षमताओं का इस्तेमाल करने की घोषणा की है। यह एडवांस तकनीक भारत में कृषि परिदृष्य की संपूर्ण समझ पैदा करने में सहायक साबित हो सकता है।
कृषि क्षेत्र के लिए एग्रीस्टैक सामधान में मिलेगी मदद
बताया जा रहा है कि गूगल की यह परियोजना भारत के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के लिए ‘एग्रीस्टैक’ और अन्य समाधानों को करने में सक्षम साबित हो सकती है। इससे प्राप्त जानकारी कृषि मूल्य श्रृंखला में इनोवेशन को बढ़ावा देने के साथ डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं और सेवाओं को सक्षम बनाने के लिए सार्वजनिक रूप से इनेबल डेटासेट तैयार करने में भी मदद करेगी।
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