Thursday, November 21, 2024
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Lifestyle : किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है ये आदतें 

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किडनी (Kidney) शरीर का बेहद महत्वपूर्ण अंग है। शरीर से  विषैले तत्वों को निकालने में इसकी बडी भूमिका होती है।

नई दिल्ली :  किडनी (Kidney) आपके शरीर के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किडनी शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाने में सहायता करते हैं। शरीर में पानी, लवण और खनिजों को स्वस्थ संतुलन में रखने के लिए एसिड को भी खत्म करते हैं।

Lifestyle : किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है ये आदतें 
लेखक डॉ. सुजीत चटर्जी
सीईओ- डॉ. एल एच हीरानंदानी अस्पताल
यदि आप किडनी (Kidney) को स्वस्थ संतुलन बनाए नहीं रखते हैं तो न्यूरॉन्स, मांसपेशियां और शरीर के अन्य ऊतक खराब होने लग सकते हैं। नतीजतन, शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है। इसलिए यह आवश्यक  है कि किडनी को स्वस्थ रखा जाए। 

इन आदतों से किडनी की कार्यप्रणाली  होती है प्रभावित  : 

विटामिन की कमी वाले आहार का सेवन

कुछ विटामिन आपकी किडनी (Kidney) के लिए फायदेमंद होते हैं और इसकी कमी से नुकसान हो सकता है। किडनी की बीमारी वाले लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है। विटामिन बी6 अन्य दवाओं के साथ लेने पर आपकी को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। प्रतिदिन 10-15 मिनट धूप में बैठने से विटामिन डी का स्तर शरीर में बेहतर किया जा सकता है। सामन, छोले, आलू और अन्य स्टार्च वाली सब्जियों के साथ-साथ गैर-खट्टे फलों में विटामिन बी 6 पाया जा सकता है।
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दर्द निवारक दवाओं का अति प्रयोग

किडनी की खराबी के पीछे पेन  किलर का  अत्यधिक इस्तेमाल भी बडा कारण है। दर्द निवारक गोलियां किडनी के लिए हानिकारक है। जोडों में दर्द वाले  ऐसे मरीज जो लगातार पेन किलर्स का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें नियमित अंतराल पर किडनी की जांच करवाते रहना चाहिए। दर्द निवारक गोलियों का दुष्प्रभाव कैंसर को भी ट्रिगर कर सकता है। 

पानी कम पीने की आदत : 

अपने शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। हमारे गुर्दे शरीर के बेकार तत्वो को फिल्टर कर उसे बाहर निकालने में मदद करते हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण किडनी सामान्य तरीके से अपशिष्ट को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता है। नतीजतन, किडनी की पथरी और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। एक सामान्य व्यस्क को रोजाना 12 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का अत्यधिक उपयोग

प्रसंस्कृत भोजन (processed food) भी किडनी की समस्या को  बढावा देने वाले बडे कारणों में से एक है। ऐसे भोजन में सोडियम और फास्फोरस की उच्च मात्रा होती है, जो किडनी को क्षति पहुंचाने में बडी भूमिका निभाती है। 

 व्यायाम नहीं करना

हर हफ्ते कम से कम तीन बार व्यायाम करने वाले लोगों में किडनी में पथरी होने की संभावना काफी कम होती है। किडनी की समस्या से  पीडित लोगों कोेे चलने और टहलने की सलाह दी जाती है। इससे हृदय संबंधी कठिनाइयों में भी मदद मिलती है। क्रॉनिक किडनी डिजिज (सीकेडी) से पीडित लोगों में और डायलिसिस पर रहने वाले किडनी रोगियों में हृदय की समस्या बेहद घातक साबित होती  है। किडनी पीडित ज्यादातर लोगों की मौत हृदयघात या हार्ट फेल होने से होती है। इस​लिए नियमित व्यायाम करने के साथ सैर करने का भी नियम बनाएं।
CKD

CKD may refer to: Chronic kidney disease, a slowly progressive loss of renal function Complete knock down, a complete kit needed to assemble a product

अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन

यदि आप शराब पीने की आदत या शौक रखते हैं तो किडनी की समस्या का उच्च जोखिम है। इससे किडनी फेल भी हो सकता है। अध्ययनों के अनुसार, प्रतिदिन चार से अधिक पैग क्रॉनिक किडनी डिजीज की जोखिम को दो गुना बढा सकता है। 

अत्यधिक नमक का सेवन

अत्यधिक मात्रा में नमक (सोडियम) खाना भी किडनी के लिए समस्या पैदा कर सकता है। यह रक्तचाप बढा सकता है। यह स्थिति किडनी की कार्यप्रणाली में बाधा पहुंचाकर उसे बीमार कर सकता है।  अपने भोजन में अधिक नमक डालने के बजाय, इसे संतुलित मात्रा में लें। एक दिन में एक चुटकी नमक काफी है। नमक को सीधे भोजन में शामिल करने के बजाए इसे भोजन में मिलाएं। ऊपर से नमक लेने की आदत जोखिम भरी साबित हो सकती है। 
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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