कैंसर (Cancer) के उपचार को लेकर किए गए एक ताजा ट्रायल ने पहली बार वैज्ञानिकों को कैंसर के प्रभावी उपचार की उम्मीद दिखाई पडी है। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई दवा 100 प्रतिशत कैंसर पर प्रभावी पाया गया है। विशेषज्ञ इस नतीजे से उत्साहित हैं और ट्रायल के नतीजों की समीक्षा करने में जुटे हुए हैं।
नई दिल्ली : कैंसर (Cancer) से संबंधित दवा के ट्रायल में इसके प्रभावी उपचार की उम्मीद जगी है। इस ट्रायल के दौरान 18 मरीजों पर एक दवा का इस्तेमाल किया गया। सूत्रों के मुताबिक इस दवा का असर सकारात्मक पाया गया है।
विशेषज्ञों की मानें तो अगर जो संकेत मिल रहे हैं वह पूरी तरह उनकी कसौटी पर खडी उतरी तो कैंसर (Cancer) के प्रभावी उपचार ढूढने की दिशा में वह एतिहासिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई दवा कैंसर पर 100 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है। इस नतीजे से परीक्षण करने वाले विशेषज्ञ और इसमें शामिल मरीज भी हैरान हैं।
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यह जानकारी 6 जून को न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षण के दौरान 6 महीने तक मरीजों को Dostarlimab नाम की दवा दी गई। रोगियों को 6 महीने तक हर 3 सप्ताह में यह दवा दी जा रही थी।
परीक्षण में शामिल सभी मरीजों में कैंसर समान चरणों में था । कुछ समय के बाद जब उनकी स्कैन की गई तो रिपोर्ट ने सबको हैरान कर दिया। मरीजो में कैंसर सेल्स आश्चर्यजनक रूप से गायब पाए गए। इस अध्ययन को दवा निर्माता कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन द्वारा सपोर्ट किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षण के दौरान मरीजों को केमोथेरपी या रेडिएशन थेरेपी नही दी गई। स्टडी के सह-लेखक डॉक्टर एन्ड्रिया सेसेर्क ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा की, “यह एक अविश्वसनीय घटनाक्रम है। इस अध्ययन में शामिल मरीजों के खुशियों भरे ईमेल मिल रहे हैं। जिन्हें पढने के बाद मेरी आंखों में आंसू आ गए।
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मरीजों का उपचार अब खत्म हो गया है और वे बेहतर महसूस कर रहे है। परीक्षण के दौरान रोगियों को 6 महीने तक 3 सप्ताह में यह दवा दी जा रही थी। सभी मरीजों में कैंसर सिमिलर स्टेज में था। विशेंषज्ञ इस परीक्षण से प्राप्त डेटा का विश्लेषण करने में जुटे हुए हैं। अगर सबकुछ सही पाया गया तो संभव है कि दुनिया भर के कैंसर रोगियों के लिए शीघ्र ही एक अच्छी खबर सामने आए।
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