वैज्ञानिकों ने हेपेटाइटिस ए वायरस की प्रभावी दवा ढूंढ ली है। इस दावे में आखिर कितनी सच्चाई है। क्या अब इसके मरीज इस रोग से उबर जाएंगेे।
नई दिल्ली : हेपेटाइटिस ए वायरस दुनिया भर के लोगों के जीवन के लिए चुनौती पैदा कर रहा है। दशकों से वैज्ञानिक (Scientist) हेपेटाइटिस ए वायरस (Hepetitis A Virus) को मात देने में जुटे हुए हैं। इस रोग की प्रभावी दवा की तलाश में रिसर्च और शोधों का सिलसिला जारी है। इसी बीच एक खबर सामने आती है कि वैज्ञानिकों ने अब इस वायरस से निपटने के लिए हेपेटाइटिस ए की प्रभावी दवा ढूंढ निकाला है। आखिर इस दावे में कितनी सच्चाई है, आज हम यहा आपको बताएंगे।
Hepatitis A – FAQs, Statistics, Data, & Guidelines | CDC
Hepatitis A is a vaccine-preventable liver infection caused by the hepatitis A virus (HAV). HAV is found in the stool and blood of people who are infected.
हेपेटाइटिस ए एक का वायरस लिवर में सूजन (इंफ्लामेंशन) पैदा करता है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने हेपेटाइटिस ए वायरस के संभावित उपचार (Latest Treatment) को ढूंढने का दावा किया है। प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है कि एचएवी वायरस के खिलाफ प्रभावी उपचार को ढूंढने में विशेषज्ञों ने कामयाबी हासिल की है।
हेपेटाइटिस ए के खिलाफ कैसे मिली कामयाबी :
उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय के मेडिकल स्कूल ने एक ऐसा पदार्थ ढूंढा है, जो हेपेटाइटिस ए वायरस (HAV Virus) का पहला प्रभावी उपचार बन सकता है। एक प्रयोग के माध्यम से, शोधकर्ताओं ने पाया कि एचएवी को संख्या बढाने के लिए मानव प्रोटीन ZCCHC14 और एंजाइमों के एक समूह के साथ संपर्क स्थापित करना पडता है। इसे TENT4 पॉली (A) के रूप में जाना जाता है।
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विशेषज्ञों ने चूहों पर RG7834 नामक एक मौखिक दवा का परीक्षण किया और यह पाया कि उपचार से सूजन में कमी आ रही है। इसके अलावा वायरस की संख्या में होने वाली बढोत्तरी भी नियंत्रित होते हुए पाई गई। शोधकर्ताओं की राय है कि यह शोध हेपेटाइटिस ए के प्रसार को रोकने में सक्षम है क्योंकि प्रोटीन कॉम्प्लेक्स को मौखिक रूप से प्रशासित, छोटे-अणु चिकित्सीय हेपेटाइटिस ए के चूहों के मॉडल में लिवर की सूजन को रिवर्स करने में और वायरस को बढने से रोकने में सक्षम है।
ऐसा करने वालों को हो सकता है हेपेटाइटिस ए :
जब एक असंक्रमित (और बिना टीकाकरण वाला) व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित पदार्थ के संपर्क में आता है, तो वह हेपेटाइटिस ए वायरस की चपेट में आ सकता है। मुख-गुदा संभोग, दूषित भोजन या पानी, खराब स्वच्छता, और खराब व्यक्तिगत स्वच्छता हैपेटाइटिस ए संक्रमण के माध्यम हैं। यह तेजी से लिवर को फेल कर सकता है।
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हेपेटाइटिस ए के लक्षण :
बुखार
भूख की कमी
दस्त
जी मिचलाना
पेट में दर्द
गहरा मूत्र, और
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पीलिया
यह गंभीरता में हल्के से लेकर गंभीर (आंखों और त्वचा का पीलापन) भी हो सकता है। जरूरी नहीं है कि सभी संक्रमित व्यक्तियों को इन लक्षणों का अनुभव हो। बच्चों की तुलना में वयस्कों में इस बीमारी से संबंधित लक्षणों और संकेतों के उभरने की संभावना अधिक होती है। वरिष्ठ आयु समूहों में, रोग की गंभीरता और मृत्यु दर के परिणाम बढ़ जाते हैं। 6 साल से कम उम्र के संक्रमित बच्चे आमतौर पर ध्यान देने योग्य लक्षणों का अनुभव नहीं करते हैं। सिर्फ 10% लोगों में इस वायरस की वजह से पीलिया विकसित होता है। यह बार-बार अपनी मौजूदगी दिखाता है। कुछ समय तक शांत रहने के बाद यह वायरस फिर से लक्षण प्रकट करता है।
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