केरल के तिरुवनंतपुरम में नोरोवायरस (Norovirus) : केरल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ अन्य संभावित मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : केरल के तिरुवनंतपुरम में नोरोवायरस (Norovirus) के दो मामले सामने आए हैं। कोरोना महामारी (corona) से पहले ही लोगों की समस्या बढी हुई है। ऐसे में इस वायरस ने अपना प्रभाव दिखाकर लोगों को हैरान किया है। यह वायरस बेहद संक्रामक माना जाता है। केरल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ अन्य संभावित मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
केरल के तिरुवनंतपुरम में प्राथमिक विद्यालय के दो छात्र नोरोवायरस से संक्रमित पाए गए। नोरोवायरस (Norovirus) अत्यधिक संक्रामक वायरस माना जाता है और संक्रमित पशु, दूषित भोजन, पानी और सतहों के माध्यम से फैलती है। केरल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कुछ और मरीजों के नमूनों की जांच की जा रही है। उनकी जांच के लिए उनके नमूने लैब भेजे गए हैं।
हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि पहले यह यह लग रहा है कि मध्यान भोजन की वजह से छात्रों को फूड प्वाइजनिंग हुई होगी। जिसके बाद मध्याह्न भोजन को सुरक्षित बनाने के लिए किस तरह की सावधानियां बरती जानी चाहिए, इस विषय पर चर्चा करने के लिए शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने अधिकारियों की बैठक बुलाई है। यहां बता दें कि पिछले साल नवंबर में वायनाड के एक पशु चिकित्सा महाविद्यालय के एक दर्जन से अधिक छात्र इस वायरस से संक्रमित हुए थे।
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नोरोवायरस के लक्षण?
अचानक उल्टी और दस्त होना, तेज़ बुख़ार, बदन दर्द
संक्रमित होने के एक से दो दिन के बाद इस तरह के लक्षण प्रकट होते है।
तेजी से संक्रमित करना है नोरो वायरस :
विशेषज्ञों के मुताबिक यह वायरस बेहद तेजी से संक्रमित करने में सक्षम होता है। इससे पीडित एक व्यक्ति नोरो वायरस के करोड़ों कणों को फैला सकता है। इंसान को संक्रमित करने के लिए ऐसे कुछ कण ही काफी होते है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या फिर किसी संक्रमित व्यक्ति की थूक से भी फैल सकता है।
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इससे क्या है बचने का तरीका?
- डाक्टरों के मुताबिक इस वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए बार-बार साबुन और गर्म पानी से हाथ धोना चाहिए।
- अपने कपड़े और शौचालयों को साफ़ रखें।
- पानी में ब्लीच डालकर घर और आसपास के जगहों की सफाई करते रहना चाहिए।
- यह ध्यान रखें कि यह कोरोना वायरस की तरह एल्कोहल से नष्ट नहीं होता है। इससे बचाव के लिए कपडों को 60 डिग्री तापमान पर साफ करना चाहिए।
- अभी समय के साथ आगे इससे बचने के और तरीकों के जानकारी मिलेगी।
केरल के तिरुवनंतपुरम में प्राथमिक विद्यालय के दो छात्र नोरोवायरस से संक्रमित
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अच्छी जानकारी आपने दी
Good