Sunday, May 19, 2024
HomeLifeStyleHome Remedies for Joint Pain : इस तेल के इस्तेमाल से...

Home Remedies for Joint Pain : इस तेल के इस्तेमाल से जोडों के दर्द मे मिल सकती है राहत

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

Home Remedies for Joint Pain : नेचुरोपैथी और आयुर्वेद से करें जोडों के दर्द का उपचार 

नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Home Remedies for Joint Pain : इस तेल के इस्तेमाल से जोडों के दर्द मे मिल सकती है राहत-  इस तेल के इस्तेमाल से आपके जोडों के दर्द (Joint Pain) में राहत मिल सकती है। हालांकि, ऐसा हो ही जाए इसका दावा हम नहीं करते। हम केवल इस तेल के फायदे को बता रहे हैं। अगर आपको इस नुस्के से राहत मिलती है तो अच्छी बात है। इसका आपकी समस्या में कैसा असर होता है वह आपके शरीर पर निर्भर करता है। हम यह जानते हैं कि नुस्के कई समस्याओं में बेहतर कारगर होते हैं। ग्रामीण इलाकों में तो कई समस्याओं का उपचार आज भी लोग बाकायदा इन्हीं नुस्कों की बदौलत करने का दावा करते हैं।

 ज्यादातर लोगों को यह पता है कि सरसो तेल में लहसुन को पकाकर लगाने से दर्द में आराम मिलता है। आपमें से कुछ ने तो इसे आजमाया भी होगा लेकिन अधिकतर लोगों को यह नहीं मालूम है कि दर्द रोधी लहसुन वाला तेल वास्तव में तैयार कैसे किया जाता है। हम आपको पूरे विस्तार से आज इसका तरीका बताएंगे।

ऐसे तैयार करें दर्द में आराम देने वाला तेल – Home Remedies for Joint Pain

  • सरसों का शुद्ध तेल 250 एमएल रखें
  • इसमें लहसुन की 10 या 12 कलियों को कूटकर डाल लें
  • साथ ही जो जायफल को भी कूट कर इसमें डाल दें
  • इसके बाद इमें करीब 60 ग्राम गुडूची (गिलोय) की सूखी डंठल को छोटे-छोटे हिस्सों में काटकर डालें
  • इन सभी को लगभग एक घंटे तक धीमी आंच में पकाएं
  • पकने के बाद इसे ठंडा करें और शीशे के बर्तन में डाल लें
  • लिजिए इसतरह हो गया आपका दर्दरोधी लहसुन का तेल तैयार।

इसे भी पढें : एम्स : किडनी की समस्या से पी​डित बुजुर्गों के लिए तैयार हो रहा है 200 बेड का ब्लॉक

ऐसे करें इस्तेमाल :

  • रात को सोने से पहले हल्के हाथों से इसे दर्द वाले हिस्से पर मालिश कर सकते हैं।
  • यह प्रक्रिया कम से कम 10 मिनट तक करते रहे।
  • विशेष राहत के लिए तेल को गुनगुना करके इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • अगर इसका असर आप पर होता है तो एक हफ्ते में महसूस करने लगेेंगे।
  • ठंड के मौसम में इस तेल को जोडों के दर्द वाले मरीजों के लिए बेहद कारगर माना गया है।

आयुर्वेद के नजरिए से इसका महत्व :

डॉ आर पी पाराशर के मुताबिक लहसुन वाले इस तेल के उपयोग का बेहद पुराना इतिहास है। लहसुन में विटामिन, एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं। इसमें जरूरी मिनरल्स की भी मात्रा होती है। लहसुन को कच्चा खाने से भी दर्द में आराम मिलता है। जबकि, जायफल तो किसी भी तरह के दर्द में रामबाण का काम करता है। इसमें एंटी इंफ्लामेट्री तत्वों की प्रचूर मात्रा होती है। जिससे मांसपेशियों और जोडों के बीच के सूजन को कम करने में मदद मिलती है।

इसमें मिलाया गया गिलोए एंटीवायरल गुण वाला होने के साथ दर्द में भी आराम पहुंचाने वाले गुणों से भरपूर होता है। दरअसल, त्वचा में रोम छिद्र होते हैं। जब हम इस तेल को मालिस करते हैं तो रगड के कारण गर्मी पैदा होती है और तेल में मौजूद सारे औषधियों के गुण मिलकर त्वचा के अंदर दाखिल होेते हैं। मांसपेशियों और निचले हिस्सों में पहुंचने के बाद यह सूजन वाले स्थान पर प्रति​तिक्रिया करते है। जिसके कारण दर्द और सूजन से राहत मिलती है।

इसे भी पढें : हार्ट अटैक से मरीज बचेगा या जाएगी जान, बताएगा विशेष मॉडल


इस जानकारी को हमने अपने स्तर से सटीक देने का प्रयास किया है लेकिन साथ ही आपसे यह निवेदन भी करते हैं कि इसका सीधा इस्तेमाल करने से पहले आप किसी विशेषज्ञ से भी परामर्श ले लें। ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा।

Home Remedies for Joint Pain : इस तेल के इस्तेमाल से जोडों के दर्द मे मिल सकती है राहत

[table “5” not found /]

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://www.caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India - Ankylosing Spondylitis News in Hindi
Caas India - Ankylosing Spondylitis News in Hindihttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest ankylosing spondylitis news in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article